Tragedy in Chhattisgarh: Elephant Rampage Claims Three Lives, Highlights Escalating Human-Wildlife Conflict

Chhattisgarh के रायगढ़ ज़िले में एक दुखद घटना घटी, जहाँ मंगलवार शाम एक जंगली हाथी और उसके बच्चे ने तीन साल के एक बच्चे समेत तीन लोगों को कुचलकर मार डाला। वन अधिकारियों के अनुसार, हाथियों ने गोसाईडीह गाँव में घुसकर कई घरों को तबाह कर दिया, जिससे छोटे सत्यम रावत की मौत हो गई। बाद में वे मोहनपुर पहुँच गए, जहाँ संतरा बाई राठिया (46) और पुरुषोत्तम खड़िया (48) की मौत हो गई।
धरमजयगढ़ वन प्रभाग के अंतर्गत लैलुंगा वन क्षेत्र में हाल के वर्षों में हाथियों के बढ़ते हमले देखे गए हैं। प्रभागीय वनाधिकारी ने पुष्टि की है कि पीड़ितों के परिवारों को ₹25,000 का मुआवज़ा दिया गया है और आगे और हताहतों की संख्या रोकने के लिए ट्रैकिंग टीमें आस-पास के गाँवों को सतर्क कर रही हैं।
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यह घटना एक बड़े संकट का हिस्सा है—पिछले पाँच वर्षों में उत्तरी छत्तीसगढ़ में, खासकर सरगुजा, कोरबा, बलरामपुर और रायगढ़ जैसे ज़िलों में, मानव-हाथी संघर्ष में 320 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।
मानव और विस्थापित वन्यजीवों के बीच इस तरह के विनाशकारी मुठभेड़ों को रोकने के लिए आवास पुनर्स्थापन, संघर्ष शमन प्रोटोकॉल और पूर्व चेतावनी प्रणाली जैसे तत्काल उपाय अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।









