भारतीय वन काष्ठ प्रमाणन योजना (प्रमान) पर दो दिवसीय हितधारक परामर्श सम्मेलन में, वक्ताओं ने ‘Trees Outside Forests’ कार्यक्रम के अंतर्गत क्षेत्रों का विस्तार करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे किसानों और पर्यावरण को लाभ होगा।
बुधवार को विजयवाड़ा में किसान, लकड़ी आधारित उद्योगों, कृषि वानिकी और अन्य प्रासंगिक व्यवसायों के प्रतिभागी योजना के लाभों और पूर्वापेक्षाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए एकत्रित हुए।
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देश में स्थायी वन प्रबंधन और कृषि वानिकी का समर्थन करने के लिए, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने कार्यक्रम शुरू किया, जो कस्टडी की श्रृंखला, वनों के बाहर वृक्ष (टीओएफ) प्रबंधन और वन प्रबंधन के लिए स्वैच्छिक तृतीय-पक्ष प्रमाणन प्रदान करता है।
भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (IIFM), भोपाल और अंतर्राष्ट्रीय वानिकी अनुसंधान एवं विश्व कृषि वानिकी केंद्र (CIFOR-ICRAF) ने मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया। चर्चा के बाद प्रतिभागियों ने आस-पास के लकड़ी आधारित उद्यमों का दौरा किया और उनकी आपूर्ति शृंखलाओं के बारे में जाना।