From 94 to 118 Species: Dragonflies and Damselflies Flourish in Delhi’s Biodiversity Parks

दिल्ली के सात जैव विविधता पार्कों में Dragonflies और Damselflies की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। तीन दिवसीय जनगणना (25-27 सितंबर, 2025) के अनुसार, वैज्ञानिकों ने 13,253 प्रजातियों का दस्तावेजीकरण किया, जबकि 2024 में यह संख्या 8,630 थी – लगभग 4,500 की वृद्धि।
मुख्य अंश:
- यमुना जैव विविधता पार्क में एक नई प्रजाति, पीली पूंछ वाली ऐशी स्कीमर (पोटामार्चा कॉन्जेनर), देखी गई, जो दिल्ली में इसकी पहली ज्ञात उपस्थिति का प्रतीक है।
- प्रजातियों की विविधता पिछले वर्ष 94 से बढ़कर इस वर्ष 118 प्रजातियों तक पहुँच गई।
- कमला नेहरू रिज पर 26 प्रजातियों में 3,935 प्रजातियों के साथ सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई।
- अरावली जैव विविधता पार्क में 2024 में केवल 503 प्रजातियों से 2025 में 2,249 तक, उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
- कालिंदी जैव विविधता पार्क भी फल-फूल रहा है, जहाँ 20 प्रजातियों के 3,682 जीव हैं, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 2,840 थी।
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यह उछाल क्यों?
विशेषज्ञ इस उछाल का श्रेय लगातार भारी बारिश को देते हैं, जिससे नए अस्थायी जलाशय बने और प्रजनन आवासों का विस्तार हुआ। ओडोनेट आबादी में वृद्धि ने मच्छरों की संख्या को भी प्राकृतिक रूप से नियंत्रित किया है, जो पारिस्थितिक संकेतक और कीट नियामक के रूप में उनकी भूमिका को उजागर करता है।
पारिस्थितिक महत्व:
ड्रैगनफ़्लाई और डैमसेल्फ़लाई मीठे पानी के स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण जैव-संकेतक हैं। उनकी वृद्धि जल गुणवत्ता में सुधार और समृद्ध वनस्पति आवरण को दर्शाती है, जिससे वे शहरी जैव विविधता और जलवायु लचीलेपन को समझने के लिए आवश्यक हो जाते हैं।










