Fire-Line Scrapping Begins at Kas Plateau to Prevent Winter Wildfires
Forest Department takes proactive steps to protect the UNESCO-listed ecosystem and its fragile floral biodiversity

Kas Plateau—जिसे अक्सर “महाराष्ट्र की फूलों की घाटी” कहा जाता है—में वन विभाग ने सूखे सर्दियों के महीनों से पहले फायर-लाइन स्क्रैपिंग शुरू कर दी है। इस बचाव अभ्यास में सूखी घास, पत्तों का कचरा और जलने वाली चीज़ों को हटाकर फायरब्रेक बनाए जाते हैं, जो जंगल की आग को फैलने से रोकते हैं या धीमा करते हैं।
यह शुरुआती कदम एक इकोलॉजिकली संवेदनशील, UNESCO-सूचीबद्ध जगह के लिए बहुत ज़रूरी है, जो हर मौसम में स्थानीय जंगली फूलों और दुर्लभ पौधों की प्रजातियों के शानदार खिलने का घर है। सर्दियों की सूखापन से आकस्मिक चिंगारियों और इंसानी गतिविधियों से आग लगने का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में फायर-लाइन स्क्रैपिंग नाजुक आवासों, मिट्टी के रोगाणुओं, कीड़ों और ज़मीन पर घोंसला बनाने वाले जीवों की रक्षा करने में मदद करती है। अधिकारियों का कहना है कि काम सावधानी से और वैज्ञानिक तरीके से किया जा रहा है, जिससे कम से कम गड़बड़ी हो और ज़मीनी तैयारी मज़बूत हो।
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सबसे ज़्यादा जोखिम वाले महीनों से पहले कार्रवाई करके, विभाग का लक्ष्य जैव विविधता की रक्षा करना, पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और पठार के प्राकृतिक चक्रों को संरक्षित करना है—जो महाराष्ट्र के सबसे कीमती इकोसिस्टम में से एक में संरक्षण के प्रति एक सक्रिय दृष्टिकोण को दिखाता है।










