विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून, 2025) पर Assam ने वन संरक्षण और पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक निर्णायक कदम उठाया। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में वन विभाग के क्षेत्रीय संचालन को मजबूत करने के लिए 129 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने असम वन सुरक्षा बल की तीन बटालियनों के कमांडो को हथियार भी वितरित किए, जिससे राज्य के अवैध शिकार विरोधी और संरक्षण प्रयासों को काफी बढ़ावा मिला।
पीएम मोदी के “माँ के नाम पर एक पेड़” अभियान के हिस्से के रूप में, सीएम सरमा ने एक समर्पित पोर्टल लॉन्च किया, जहाँ नागरिक पौधे की तस्वीरें अपलोड कर सकते हैं और उनकी वृद्धि को ट्रैक कर सकते हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि असम ने 22 लाख से अधिक पौधे लगाकर अपने 2024 के लक्ष्य को पार कर लिया है और इस वर्ष और भी अधिक लक्ष्य रखा है।
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नए लॉन्च किए गए AI और सैटेलाइट-समर्थित पोर्टल से वनों की कटाई की वास्तविक समय पर निगरानी हो सकेगी, जिससे त्वरित और डेटा-संचालित हस्तक्षेप सुनिश्चित होगा।
मुख्यमंत्री सरमा ने प्लास्टिक कचरे पर भी बात की, 500 मिलीलीटर की पानी की बोतलों पर प्रतिबंध लगाने और ऑयल इंडिया के सहयोग से जैव ईंधन इकाइयों की स्थापना की योजना पर जोर दिया, जिसमें पर्यावरण के अनुकूल ईंधन उत्पादन के लिए एकत्रित प्लास्टिक का उपयोग किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में मंत्री चंद्र मोहन पटवारी, विधायक दिगंत कलिता और एम.के. यादव, संदीप कुमार और डॉ. विनय गुप्ता सहित शीर्ष वन अधिकारी मौजूद थे।