PCMC Creates One of Navi Mumbai’s Largest Miyawaki Urban Forests in Kharghar
Over 31,500 native saplings planted across 10,500 m² to boost biodiversity and combat urban pollution

पनवेल नगर निगम (PCMC) ने Navi Mumbai के Kharghar में Miyawaki Urban Forests विकसित करके एक उल्लेखनीय हरित पहल की है। 10,500 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले इस प्रोजेक्ट में 31,500 देशी पौधे लगाए गए हैं, जिससे यह इस क्षेत्र के सबसे बड़े मियावाकी वृक्षारोपणों में से एक बन गया है।
वनस्पतिशास्त्री डॉ. अकीरा मियावाकी द्वारा विकसित जापानी तकनीक, मियावाकी पद्धति, देशी पौधों की प्रजातियों का उपयोग करके घने, तेज़ी से बढ़ने वाले वन बनाने पर केंद्रित है। यह दृष्टिकोण न केवल प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र को पुनर्स्थापित करता है, बल्कि शहरी क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता, मृदा स्वास्थ्य और जैव विविधता को भी बढ़ाता है।
जैव विविधता और स्थिरता पर ध्यान
इस वृक्षारोपण में 10 विभिन्न देशी वृक्ष प्रजातियाँ शामिल हैं, जिन्हें स्थानीय जलवायु और मृदा परिस्थितियों के अनुरूप सावधानीपूर्वक चुना गया है। प्रत्येक प्रजाति पक्षियों, कीड़ों और छोटे वन्यजीवों के पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे पारिस्थितिक संतुलन में योगदान मिलता है।
एक समर्पित ठेकेदार अगले तीन वर्षों तक पौधों का रखरखाव और पोषण करेगा, जिससे उनकी स्वस्थ वृद्धि सुनिश्चित होगी और वे एक आत्मनिर्भर वन पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में स्थापित होंगे।
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एक हरित, स्वच्छ भविष्य की ओर
स्वच्छ और हरित भविष्य की ओर कदम
यह पहल शहरी प्रदूषण से निपटने, हरित क्षेत्र बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के पीसीएमसी के व्यापक मिशन के अनुरूप है। परिपक्व होने के बाद, यह वन एक प्राकृतिक कार्बन सिंक, स्थानीय जीवों के लिए आवास और नागरिकों के लिए एक हरित मनोरंजन क्षेत्र के रूप में कार्य करेगा।
ऐसे प्रयास भारत के तेज़ी से विकसित हो रहे शहरों में पर्यावरण-पुनर्स्थापन और टिकाऊ शहरी जीवन की दिशा में बढ़ते आंदोलन का प्रतीक हैं।
- स्थान: खारघर, नवी मुंबई
- कुल क्षेत्रफल: 10,500 वर्ग मीटर
- रोपे गए पौधे: 31,500
- वृक्ष प्रजातियाँ: 10 देशी किस्में
- रखरखाव अवधि: 3 वर्ष
- पहलकर्ता: पनवेल नगर निगम (पीसीएमसी)
- वृक्षारोपण तकनीक: मियावाकी विधि





