पुलिस के अनुसार, गुजरात के Surat जिले के एक गांव में शुक्रवार रात को एक Leopard ने तीन आदिवासी सदस्यों और दो वन अधिकारियों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। पुलिस के अनुसार, यह गांव वंकल वन क्षेत्र की सीमा पर है।
वन अधिकारियों के अनुसार, तेंदुए ने सबसे पहले दो आदिवासी पुरुषों बिपिन और रामचंद्र वसावा पर हमला किया, जब वे अमली दबड़ा गांव में अपने घर के पीछे मकई के खेत में काम कर रहे थे। यह गांव सूरत वन प्रभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है।
तेंदुए ने खड़ी फसल से छलांग लगाने के बाद अपने पंजे से बिपिन के चेहरे पर चोट पहुंचाई। अपने दोस्त को बचाने की कोशिश करते हुए वसावा ने मदद के लिए चिल्लाया और इस दौरान जंगली बिल्ली ने उसे घायल कर दिया।
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एक अधिकारी ने बताया कि खेत में काम करने वाले लोगों ने वन अधिकारियों को चीख-पुकार की सूचना दी और ग्रामीणों को तेंदुए से बचाने के लिए संगठित किया।
जानवर को भागने से रोकने के लिए भीड़ ने इलाके को घेरने की तैयारी कर ली। अधिकारी के अनुसार, इसके बाद तेंदुए ने पिंजरे लगा रहे दो वन कर्मचारियों विनोद चौधरी और नटवर वसावा के साथ-साथ एक ग्रामीण गोविंद वसावा पर हमला किया और पास के खेतों में भाग गया।
उप वन संरक्षक धीरज कुमार ने बताया, “तेंदुए को पकड़ने के लिए हमने तीन पिंजरे लगाए हैं।” खेतों को घेरने वाले स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या ने तेंदुए को परेशान कर दिया होगा, जिसने भागने की कोशिश में हमला किया होगा। हम तेंदुए को पकड़ने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
Source: Indian Express