CM Majhi ने वन विभाग के कार्यक्रमों की समीक्षा की, सीमांत समुदायों को श्रम आधारित रोजगार पर जोर दिया

भुवनेश्वर: लोक सेवा भवन में CM मोहन चरण Majhi ने वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के एजेंडे की समीक्षा की। चर्चा में मुख्यमंत्री की मुख्य चिंता अवैध वृक्ष कटाई को रोकना तथा वंचित लोगों को श्रम प्रधान नौकरियों तक पहुंच प्रदान करना था। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मानव-पशु संघर्ष से निपटने के निर्देश दिए, जिसके कारण 2019 से 2020 के बीच 729 मानव हताहत तथा 444 हाथी मारे गए।
माझी ने संरक्षण प्रयासों के लिए पुरस्कार बढ़ाने तथा वन कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को वृक्षों के अस्तित्व की गारंटी के लिए नियमित आधार पर वनीकरण कार्यों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने रिक्त पदों को भरने पर जोर दिया; 316 पदस्थापना तथा 1,677 वन रक्षक पद लगभग पूर्ण हो चुके हैं।
सम्मेलन में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान, जिसके अंतर्गत “मेरीलाइफ” पोर्टल पर 3.13 करोड़ पौधे पंजीकृत हैं, पर भी चर्चा की गई।
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वर्ष के अंत तक सरकार को 4.5 मिलियन पौधे लगाने की उम्मीद है।
इसके अलावा, चर्चा में अग्निशमन, प्लास्टिक मुक्त वनीकरण और बिजली गिरने की घटनाओं को कम करने के लिए वन सीमा क्षेत्रों में 19 लाख ताड़ के पेड़ लगाने के उपायों पर भी चर्चा की गई।
इस बैठक में वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के प्रधान सचिव सत्यव्रत साहू, पीसीसीएफ देबीदत्त बिस्वाल, पीसीसीएफ (वन्यजीव) सुशांत नंदा, विकास आयुक्त अनु गर्ग, मुख्य सचिव मनोज आहूजा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव निकुंज बिहारी धाल और वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री गणेश आर. खुंटिया मौजूद थे।
Source: ommcom news










