4-Day Operation Saves Stranded Hoolock Gibbon Family in Arunachal Pradesh
Forest teams relocate isolated gibbons to Mehao Wildlife Sanctuary, ensuring their survival and restoring canopy-connected habitat

Arunachal Pradesh की लोअर दिबांग वैली में 4 दिन का एक शानदार वाइल्डलाइफ रेस्क्यू मिशन चला, जहाँ फॉरेस्ट अधिकारियों और एक्सपर्ट्स ने Hoolock Gibbon के एक परिवार को बचाया — एक बड़ा नर, एक बड़ी मादा और एक छोटा।
ये गिब्बन होरू पहाड़ गाँव के पास एक अकेले ऊँचे फिकस के पेड़ पर फँसे हुए पाए गए, जब उनके रहने की जगह कम होने से आस-पास का जंगल खत्म हो गया। गिब्बन के लिए — जो चलने-फिरने के लिए पूरी तरह से जुड़े हुए पेड़ों के ऊपरी हिस्सों पर निर्भर रहते हैं — इस अकेलेपन का मतलब था कि अगर समय पर मदद नहीं मिली तो उनकी मौत पक्की थी।
टीमों ने चार दिन तक बहुत ध्यान से कोशिश की, जिससे जानवरों पर कम से कम दबाव पड़े।
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परिवार को सुरक्षित रूप से ट्रैंक्विलाइज़ किया गया, सुरक्षित किया गया और सही रहने की जगह पर पहुँचाया गया।
उन्हें मेहाओ वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी में छोड़ दिया गया, जो एक हरा-भरा रेनफॉरेस्ट है और अच्छी कैनोपी कनेक्टिविटी को सपोर्ट करता है।
बचाए गए गिब्बन अब अडैप्टेशन, चलने-फिरने के पैटर्न और हेल्थ को ट्रैक करने के लिए गहरी निगरानी में हैं।










